लोरिक मन्जरी
लोरिक मन्जरी ************ मीरजापुर जनपद के विभाजन के बाद कैमूर घाटी में सोनभद्र नाम से प्रसिध्द क्षेत्र का विस्तार मघ्यप्रदेश और बिहार प्रदेश की सीमाओं तक रहा हैं जिसमे जंगल , पठार , ही प्रमुख हैं , यहाँ बाघ , भालू , चीते आसानी से आज भी घूमते मिल जाते हैं , यह वन्य-प्राणियों का खुला अभयारण्य क्षेत्र है , यहाँ अतीत काल में छोटे-छोटे राजा राज्य किया करते थे , यहाँ का मार्ग दुर्गम होता था , आज भी है , क्योंकि समूचा क्षेत्र विन्ध्य पर्वत माला क्षेत्र से आच्छादित है , सोन क्षेत्र में विजयगढ़ का राज्य , रामगढ़ का राज्य , कोटा का राज्य और अगोरी राजा का राज्य था | राजाओं के अधीन जंगल के निवासी प्रजा के रूप में रहा करते थे | ...