सच और झूठ की दूरी
वो देखो मुझसे रुठकर मेरी जान जा रही है ? <<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<<< पुत्री सौदामणि दूबे के पिता महेश दास जलालुद्दीन अकबर के मन्त्री के रुप में बीरबल नाम से मशहूर थे । एक बार जलालुद्दीन अकबर ने सवाल किया कि सच और झूठ में क्या अन्तर है , तो प्रत्युत्तर बीरबल ने कहा मेरे अनुसार चार अंगुल का अन्तर है । अचानक पूरी सभा में सन्नाटा छा गया । जलसाज हमेशा उन्हें दरबार से बाहर का रास्ता दिखाने या जान से मरवाने की कोशिश में उलझन भरा प्रश्न किया करते रहते थे , जलालुद्दीन अकबर उसमें खुश भी रहते थे । आगे मुल्ला दो प्याजा ने कहा जवाब समझ में नहीं आया , तो बीरबल ने कहा समझना क्या है ? पूरी बात को देखकर समझ जायेंगे । काना-फूंसी करने वाले बेहतर जानते है । जलालुद्दीन अकबर ने कहा साफ - साफ कहो भाई ? बीरबल ने कहा - आँख और कान दोनों के बीच की दूरी चार अंगुलियों भर की ही तो है । कान झूठ सुन सकता ...